भारत के बहुत सारे परिवारों में माता पिता चाहते है कि उनका बच्चा उच्च शिक्षा हासिल करें। लेकिन उन्हें समझ नहीं आता कि वह उच्च शिक्षा के लिए बच्चों को किस देश में भेजे। अगर आप भी अपने बच्चों कोे उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजना चाहते है तो स्विट्जरलैंड बेहतर अॉप्शन है। स्विट्जरलैंड मध्य यूरोप का एक खूबसूरत देश है। इसकी 60 प्रतिशत सरजमीन ऐल्प्स पहाड़ों से ढकी हुई हैं। इसलिए इस देश में बहुत ही खूबसूरत पर्वत, गांव, झील और चारागाह हैं। इतना ही नहीं स्विस लोगों का जीवनस्तर भी दुनिया में सबसे अच्छा माना जाता है। हाई क्वालिटी एजुकेशन के कारण भारतीय स्टूडेंट्स भी अब इस देश का रुख करने लगे हैं। खासकर, स्विट्जरलैंड को होटेल मैनेजमेंट और ट्रैवल कोर्सेज के लिए बेहतर स्टडी डेस्टिनेशन माना जाता है।
स्विट्जरलैंड के बारे मे
इस देश में तीन राजभाषाएं हैं जर्मन (उत्तरी और मध्य भाग की मुख्य भाषा), फ्रांसिसी (पश्चिमी भाग) और इतालवी (दक्षिणी भाग), और एक सह-राजभाषा है: रोमांश (पूर्वी भाग)। इसके प्रांत कैण्टन कहे जाते हैं। स्विट्जरलैंड एक लोकतंत्र है। यहां आज भी प्रत्यक्ष लोकतंत्र देखने को मिल सकता है। लगभग 20 फीसदी स्विस लोग विदेशी मूल के हैं। इसके मुख्य शहर और पर्यटक स्थल हैं ज़्यूरिख, जनीवा, बर्न (राजधानी), बासल, इंटरलाकेन, लोजान, लूत्सर्न, इत्यादि।
किस तरह के कोर्स
यहां सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, अंडरग्रेजुएट या बैचलर डिग्री प्रोग्राम जैसे विभिन्न स्तर के कोर्स चलाए जाते हैं। इसके अलावा, वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम के अंतर्गत ग्रेजुएट डिप्लोमा दिया जाता है जो कि किसी स्पेसिफिक प्रोफेशन को अपनाने के लिए होता है। एडवांस टेक्निकल कॉलेज, कॉमर्शियल एंड मैंनेजमेंट कॉलेज समेत अन्य सात कॉलेजों में 250 प्रोग्राम चलाए जाते हैं। हर साल लगभग 1800 स्टूडेंट्स टेक्नोलॉजी, आर्किटेक्चर, इकोनॉमिक एंड डिजाइन के कोर्स के लिए यहां आते हैं। सेमेस्टर सिस्टम में बंटे अधिकतर कोर्स अक्तूबर, नवंबर में शुरू होकर मई माह के अंत तक चलते हैं। यूरोपियन बिजनेस हब होने के नाते भी यहां पर लोकल स्तर पर भी बहुत से छोटे-छोटे बिजनेस कोर्स भी चलाए जाते हैं। इनमें बैंकिंग, मशीन टूल और पर्सियन इंजीनियरिंग, केमिकल और फार्मास्यूटिकल इंजीनियरिंग, होटल मैंनेजमेट के साथ-साथ टूरिस्ट एजुकेशनल कोर्सेज की भी पढ़ाई कराई जाती है।
आवेदन प्रक्रिया
यहां के शिक्षण संस्थानों में मास्टर डिग्री कोर्स में दाखिला लेने के लिए कम से कम एक साल पहले प्रक्रिया शुरू हो जाती है। आवेदन-पत्र विश्वविद्यालयों से संबंधित वेबसाइट और ई-मेल से प्राप्त किए जा सकते हैं। इसके अलावा, फॉरेन एजुकेशन सेंटर और एम्बेसीज से आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। आवेदन-पत्र के साथ छात्र को एजुकेशनल क्वालिफिकेशन के अलावा, अंग्रेजी ज्ञान परीक्षा, कार्य अनुभव की जानकारी और अनुमोदन-पत्र के साथ शिक्षा प्राप्त करने के उद्देश्य का भी जिक्र करना जरूरी होता है।
वीजा प्रक्रिया
स्विट्जरलैंड में किसी भी कोर्स या प्रोग्राम में दाखिला लेने के लिए स्टूडेंट्स को वीजा की जरूरत पड़ती है। इसीलिए ऐप्लिकेशन फॉर्म अप्लाई करने के 6 या 8 हफ्ते पहले ही वीजा के लिए भी अप्लाई कर दें। आवेदन-पत्र के साथ वैध पासपोर्ट, जन्मतिथि प्रमाण-पत्र, विश्वविद्यालय का स्वीकृति पत्र, भाषा ज्ञान, फ्यूचर प्लान लैटर आदि के अलावा बैंक डॉफ्ट जमा करना होता है। वीजा से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आप स्विस एजुकेशन सेंटर से भी संपर्क कर सकते हैं
फीस और खर्च
स्विट्जरलैंड के प्रमुख शिक्षण संस्थानों में फीस एक जैसी नहीं है। कुछ संस्थान और यूनिवर्सिटीज फॉरेन स्टूडेंट्स से एक्स्ट्रा फीस भी वसूलती हैं। अगर यहां के फीस खर्च को आंका जाए तो कम से कम 60,000 और ज्यादा से ज्यादा 200,000 स्विस फ्रेंक का खर्च पढ़ाई में आता है। इसके अलावा, रहने और खाने का मंथली खर्च 1000 से 1500 स्विस फ्रेंक तक हो सकता है।
स्कॉलरशिप
यदि आप फीस देने में असमर्थ हैं. तो स्कॉलरशिप के माध्यम स्विट्जरलैंड में पढऩे का सपना पूरा कर सकते हैं। यहां के कुछ प्रमुख विदेशी स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप प्रदान करती है। ज्यादातर स्कॉलरशिप फॉरेन गवर्नमेंट द्वारा प्रदान की जाती है, जबकि प्राइवेट फाउंडेशन अपनी शर्तों पर ही स्कॉलरशिप देती हैं। इसके अलावा, आप बहुत-सी स्विस यूनिवर्सिटीज की वेबसाइट्स से भी स्कॉलरशिप की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। स्कॉलरशिप के लिए फेडरल कमिश्नर फॉर स्कॉलरशिप वेबसाइट पर जाकर सर्च कर सकते हैं।
जॉब के मौके
कुछ देश स्टूडेंट्स को बिना वर्क परमिट के पार्टटाइम काम करने की अनुमति नहीं देते हैं, जबकि यहां पर स्टूडेंट्स पढ़ाई के साथ-साथ पार्टटाइम जॉब भी कर सकते हैं। इतना ही नहीं, जो स्टूडेंट्स पढ़ाई खत्म करने के बाद यहां पर जॉब अवसर तलाशते हैं उनके लिए संस्थान और विश्वविद्यालय इस तरह के ऑप्शन बचा कर रखते हैं। इसके अतिरिक्त शॉर्ट टर्म जॉब में रेस्टोरेंट वर्क, टेम्पिंग, चाइल्ड केयर, फार्म वर्क जैसी जॉब से भी स्टूडेंट्स अपना जेब खर्च आसानी से निकाल लेते हैं।
जेनेवा बिजनेस स्कुल
यह वहा का नामी कालेज है यहाँ पर नाममात्र के शुल्क पर MBA एवं DBA ( डाक्टरेट ) कोर्स उपलब्ध है. इन कोर्स में प्रवेश हेतु आवेदक को किसी भी तरह की प्रवेश परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं है.